शिक्षकों के सम्मान में हर साल 5 सितंबर को ‘शिक्षक दिवस’ यानि Teachers’ Day मनाया जाता है. 5 सितंबर को भारत के पहले उप-राष्ट्रपति डॉ राधाकृष्णन का जन्मदिन मनाया जाता है. डॉ राधाकृष्णन एक विद्वान, विचारक के साथ शिक्षक भी थे जिनके सम्मान में शिक्षक दिवस मनाते हैं.
इसी कड़ी में शिक्षक दिवस को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 44 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया. इस मौके पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि शिक्षक दिवस का आयोजन पूर्व राष्ट्रपति डॉ.राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 5 सितंबर को मनाया जाता है. वे एक दार्शनिक और विद्वान के रूप में विश्व-विख्यात थे. उन्होंने अनेक उच्च पदों को सुशोभित किया, परंतु वे चाहते थे कि उन्हें एक शिक्षक के रूप में ही याद किया जाए.
दिल्ली: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शिक्षक दिवस के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 44 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया।
उन्होंने कहा, "आज पुस्कार प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों मैं बधाई देता हूं।" pic.twitter.com/Pj8y4c2e8y
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 5, 2021
साथ ही उन्होंने सम्मानित किए गए शिक्षको को लेकर कहा कि आज पुस्कार प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों मैं बधाई देता हूं. इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें राष्ट्रपति भवन में श्रद्धांजलि भी दी.
शिक्षक दिवस का आयोजन पूर्व राष्ट्रपति डॉ.राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 5 सितंबर को मनाया जाता है। वे एक दार्शनिक और विद्वान के रूप में विश्व-विख्यात थे। उन्होंने अनेक उच्च पदों को सुशोभित किया, परंतु वे चाहते थे कि उन्हें एक शिक्षक के रूप में ही याद किया जाए: राष्ट्रपति https://t.co/TfrAnzA5H7 pic.twitter.com/Pnvb7AKeg8
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बच्चे के जीवन में माता-पिता के बाद दूसरा स्थान गुरु का ही माना जाता है. शिक्षक दिवस के दिन स्कूल-कॉलेजों में शिक्षकों के सम्मान में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. किसी भी सफल छात्र के पीछे गुरु की मेहनत होती है. अगर कोई छात्र गलत रास्ते पर चला जाता है तो शिक्षक ही उसको सही रास्ता दिखाता है.
डॉ राधाकृष्णन एक महान विचारक थे, उनके अनुसार शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है. शिक्षा सही प्रकार से दी जाए तो समाज से अनेक बुराइयों को मिटाया जा सकता है. उन्होंने करीब चालीस साल तक शिक्षक की भूमिका निभाते हुए समाज को एक नया सन्देश देने का काम किया है.
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