CDS Bipin Rawat: भारतीय वायु सेना के जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की हादसे में मौत हो गई. वायुसेना की जानकारी के मुताबिक, विमान में सवार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अभी इलाज चल रहा है. वायुसेना ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जिसके बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी.
1 जनवरी 2020 को संभाला सीडीएस का पदभार
भारत के पहले और वर्तमान रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) थे. उन्होंने ने 1 जनवरी 2020 को रक्षा प्रमुख (सीडीएस) के पद का भार ग्रहण किया. इससे पूर्व वे भारतीय थलसेना के प्रमुख थे. रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक थल सेनाध्यक्ष का पदभार संभाला.
CDS Bipin Rawat, google image
बिपिन रावत का परिचय
बिपिन रावत का जन्म 6 मार्च 1958 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के चौहान राजपूत परिवार में हुआ था. उनका परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवाएं दे रहा है. पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत भी फौज में थे उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल एलएस रावत के नाम से जाना जाता था.
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बिपिन रावत ने शुरुआती शिक्षा सेंट एडवर्ड स्कूल में अध्यन किया और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से सैनिक शिक्षा प्राप्त की. इंडियन मिलिट्री एकेडमी और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में पढ़े और मद्रास यूनिवर्सिटी से डिफेंस सर्विसेज में एमफिल की डिग्री प्राप्त की.
CDS Bipin Rawat with his wife, google image
विशिष्ट सेना मैडल समेत विशिष्ट सेवाओं के लिए सम्मान
CDS बिपिन रावत को विशिष्ट सेना मैडल और युद्ध सेना मैडल से सम्मानित किया गया. उन्हें वीरता और विशिष्ट सेवाओं के लिए PVSM, UYSM, AVSM, YSM, SM, VSM, ADC से सम्मानित किया जा चुका है. स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर ‘से सम्मानित भी किया गया. वे ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ और ‘लीडरशिप’ पर कई लेख लिख चुके हैं जो विभिन्न पत्रिकाओं और प्रकाशनों में प्रकाशित हुए हैं.
Bipin Rawat with family
आतंकवाद रोधी अभियानों में कमान संभालने का 20 सालों का अनुभव:
जनरल बिपिन रावत पांचवे अफसर थे जो भारतीय सेना प्रमुख बनें. रावत को उच्च ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्र, और आतंकवाद रोधी अभियानों में कमान संभालने का 20 सालों का अनुभव था. पूर्वी क्षेत्र में, राष्ट्रीय राइफल्स सेक्टर और कश्मीर घाटी में इन्फैंट्री डिवीजन की भी कमान संभाली थी. उन्हें देहरादून से ग्यारह गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में नियुक्त किया गया था. CDS बिपिन रावत वर्ष 1978 से भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी.
CDS बिपिन रावत को विशिष्ट सेना मैडल, google image
भारत में ही नहीं बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने कर्तव्यों को निभाया
बिपिन रावत ने भारत में ही नहीं बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने कर्तव्यों को निभाया. वे कांगो के यूएन मिशन का हिस्सा थे, उस समय एक बड़ा हादसा हुआ और बिपिन रावत ने समय रहते और अपनी सतर्कता से 7000 लोगों की जान बचाई थी.
सर्जिकल स्ट्राइक से LAC अभियानों बिपिन रावत का बड़ा योगदान
बिपिन रावत ने सर्जिकल स्ट्राइक में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक कर कई आतंकी शिविरों और आतंकियों को मार गिराया था. भारतीय सेना में उभरती चुनौतियों से लेकर नॉर्थ में मिलटरी फोर्स के पुनर्गठन, पश्चिमी फ्रंट पर लगातार जारी आतंकवाद व प्रॉक्सी वॉर और पूर्वोत्तर में जारी संघर्ष के लिए सबसे बिपिन रावत को सही माना जाता था. सर्जिकल स्ट्राइक और LAC अभियानों पर बिपिन रावत का बड़ा योगदान था.
देखें यह वीडियो: CDS General Bipin Rawat Death
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