Cold Wave in Rajasthan: देश के ज्यादातर हिस्सों में सर्दी का असर दिखने लगा है। गर्मियों में गर्म हवाओं से तपने वाला राजस्थान सर्दियों में जमने लग जाता है। उत्तर भारत में सर्दी का सितम काफी बढ़ रहा है। राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान करीब माइनस 2 डिग्री तक पहुंच चुका है। ऐसे में लोगों को सर्दी (Cold Wave in Rajasthan) से राहत के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। फतेहपुर के साथ चूरू और पिलानी में भी सर्दी का ऐसा ही असर दिखाई दे रहा है।
बाज़ारों में बढ़ गई ऊनी कपड़ों की मांग:
राजस्थान के सभी जिलों में ठंड की दस्तक के बाद बाजारों में गर्म कपड़ों की मांग एकाएक बढ़ गई है। बाजार में स्थित गर्म कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखने को मिलती है। लेकिन गत वर्ष की तुलना में इस बार कोरोना के कारण बाजार में ऊनी कपड़ों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस बार बरसात भी अच्छी हुई है तो ऐसा उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार ठंड का भी व्यापक असर देखने को मिल सकता है। अभी दिसंबर माह की शुरुआत में ही ठंड ने काफी दस्तक दे दी है।
सर्दी-जुखाम के मरीजों की संख्या बढ़ी:
कोरोना के साथ प्रदेश में सर्दी-जुखाम के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। सर्द हवाओं के चलते हॉस्पिटलों में मरीजों की भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं दूसरी तरफ लोगों में कोरोना के नए वेरिएंट का भी भय देखने को मिल रहा है। बाज़ारों में लोग अपने चेहरे को भी ढके दिखाई दे रहे है। ऐसे में कोरोना के साथ सर्दी के बचाव का भी पूरा ध्यान रख रहे है।
जनवरी में पारा पहुंच जाता है माइनस 5 डिग्री:
बता दें राजस्थान के फतेहपुर, चूरू और पिलानी सबसे ज्यादा ठंडा इलाका है। यहां दिसंबर-जनवरी में रेगिस्तानी भूमि पर बर्फ की सफेद चादर बिछी दिखाई देती है। ऐसा लगता है जैसे पहलगाम का गलेशियर हो। खेत में, जमीन पर फसलों पर बर्फ की चादर लिपटी हुई है। रेगिस्तान में बर्फ की सफेद चादर से काफी भयानक होती है शीत लहर। इस क्षेत्र में न्यूनतम तापमान माइनस 5 डिग्री तक पहुंच जाता है।
ये भी पढ़ें: कर्नाटक, गुजरात के बाद महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन की एंट्री, देश में चौथा केस
अधिक रोचक जानकारी के लिए डाउनलोड करें:- OTT INDIA App
Android: http://bit.ly/3ajxBk4