PIB Delhi: कोयला मंत्रालय द्वारा ‘वृक्षारोपण अभियान-2021’ का 19 अगस्त, 2021 से आरंभ किया जाएगा। यह अभियान ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ (Azadi Ka Amrit Mahotsav) समारोह का एक हिस्सा है। कोयले के आस-पास के क्षेत्रों में ग्रीनरी बढ़ाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान से खनन परिचालनों में पर्यावरणगत निरंतरता आएगी।
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Go Greening अभियान के अंतर्गत कई लक्ष्य निर्धारित:-
(Union Minister of Coal) कोयला मंत्रालय की कोयला/लिग्नाइट पीएसयू (coal/lignite PSUs) ने इस वर्ष के दौरान bio-reclamation/plantation के अंतर्गत 2,385 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करने के लिए ‘ग्रो ग्रीनिंग’ (Go Greening) अभियान के तहत एक महत्वकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।
‘ग्रो ग्रीनिंग’ अभियान को केन्द्रीय कोयला, खनन तथा संसदीय मामले मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी (Shri Pralhad Joshi) द्वारा कोयला, खनन तथा रेलवे राज्य मंत्री श्री रावसाहेब पाटिल दानवे की उपस्थिति में लांच किया जाएगा ‘Vriksharopan Abhiyan 2021’। इस अभियान के दौरान लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देशभर के कोयला क्षेत्रों के आस-पास के 300 से अधिक वृक्षारोपण स्थल कनेक्ट किये जाएंगे।
- इस अभियान के अंतर्गत निश्चित रूप से खनन प्रचालनों में पर्यावरण निरंतरता आएगी
- कोयला क्षेत्र को ऑपरेट करने के लिए सामाजिक और पर्यावरण संबंधी लाइसेंस प्राप्त करने में मदद करेगा,
- आने वाले दिनों में यह अभियान बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा,
- नई कंपनियों को शामिल करने के लिए और अधिक खदानों को खोला जाएगा
- इस अभियान से समाज और आम लोगों को उनके निकटवर्ती क्षेत्रों में वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
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देश में ऊर्जा मांग की पूर्ति में भविष्य में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका:-
- तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में India एक तरफ ऊर्जा क्षेत्र को डीकार्बोनाइज़ (decarbonizing) करने की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में सहायक (fast emerging economy)
- तथा दूसरी तरफ देश की बढ़ती ऊर्जा मांग, जोकि इसके सामर्थ्य तथा उल्लेखनीय स्वदेशी उपलब्धता के कारण मुख्य रूप से कोयले पर निर्भर है, जिसे पूरा करने के लिए दोहरी चुनौती का सामना
- इस प्रकार हमारे कोयले क्षेत्र को विभिन्न विकासगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए देश की ऊर्जा मांग की पूर्ति में भविष्य में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी,
- वहीं पर्यावरण तथा समाज की दिशा में प्रगति होगी (Natural environment)
- इस पृष्ठभूमि में, भारत का कोयला क्षेत्र निरंतर खनन को बढ़ावा देने के लिए कई नवोन्मेषी पहल करता रहा है।
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Go Greening अभियान:-
खनन क्षेत्रों के आस-पास ‘ग्रो ग्रीनिंग’ अभियान एक प्रमुख पहल है। और स्थानीय वातावरण में सुधार हो रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारणों को कम करने के लिए अतिरिक्त कार्बन सिंक (carbon sink) का भी निर्माण कर रहा है। इसके अलावा, कोयला कंपनियों का लक्ष्य व्यापक होगा। और पौधारोपण तथा स्वच्छ कोयला प्रौद्योगियों को अपनाने जैसे विभिन्न पर्यावरण अनुकूल उपायों के जरिये कार्बन न्येूट्रेलिटी (carbon neutrality) अर्जित होगी।
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