युवाओं का दिल(Heart) दिनों-दिनों इतना कमजोर होता जा रहा है कि अब किसी भी उम्र में हार्ट अटैक(Heart Attack) आने लगता है. हार्ट अटैक जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारियों के बारे में पहले ये कहा जाता था कि 50-60 साल की उम्र के बाद ही ऐसी बीमारियों से व्यक्ति ग्रसित होता है. लेकिन अब ऐसा नहीं लगता, अब तो कोई इंसान 30 या 40 साल की उम्र पार करने के बाद भी हार्ट अटैक का शिकार हो जा रहा है.
कम उम्र में हार्ट अटैक
हाल के दिनों में आपने देखा होगा सिद्धार्थ शुक्ला(Siddhartha Shukla) और शेन वार्न(Shane Warne) समेत कई दिग्गजों की मौत कम उम्र में ही हार्ट अटैक की मौत हो गई. सिद्धार्थ शुक्ला ने 40 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया तो 52 साल की उम्र में शेन वार्न ने दुनिया का अलविदा कह दिया. कई लोग इस बात से हैरान हैं कि आखिर युवाओं को हार्ट अटैक(Heart Attack) का शिकार क्यों होना पड़ रहा है, क्या वाकई युवाओं का दिल कमजोर हो गया है.
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मॉडर्न लाइफस्टाइल का बुरा असर
हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि आज की मॉडर्न लाइफस्टाइल जिसमें देर रात तक जागना और सुबह देर से उठना समेत कई ऐसी चीजें शामिल हैं, जिन्हें फॉलो करना घातक साबित हो रहा है. ऐसा नहीं है मॉडर्न लाइफस्टाइल(Modern Lifestyle) की सारी बातें ही गलत हैं लेकिन जो आदतें आपको नुकसान पहुंचा रही हैं, उसे बदलना बेहद जरूरी है. पहले से ही लाइफस्टाइल के चक्कर में अपनी जिंदगी बर्बाद करने वाले कई लोगों पर कोरोना ने भी बुरा असर डाला.
इस वजह से पड़ रहा बुरा असर
कोरोनावायरस(Coronavirus) ने लोगों के फेफड़े पर इतना घातक अटैक किया कि पहले से सिगरेट और शराब की वजह से कमजोर हुए दिल में दर्द होना लाजिमी था. कई लोगों में कोरोना भी हार्ट अटैक की वजह बना. ऐसा जरूरी नहीं है कि हार्ट अटैक की वजह से आपकी जान चली ही जाए. कोरोना के अलावा सबसे बुरी आदत लोगों का आलसी होना है. आज लोगों के हाथ-पैर कम और दिमाग ज्यादा चल रहे हैं. मतलब लोग हर काम बैठे-बैठे करना पसंद कर रहे हैं, चलने की आदत लगभग खत्म सी हो गई है. ऐसे में आपका दिल ही नहीं बल्कि शरीर का हर अंग पहले की तरह मजबूत नहीं रहता, बल्कि कमजोर हो जाता है.
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ऐसे करें आदतों में बदलाव
खराब लाइफस्टाइल सिर्फ हार्ट अटैक ही नहीं बल्कि कई दूसरी बीमारियों को भी जन्म देती है. ऐसे में दिल और फेफड़ों से जुड़ी एक्सरसाइज(अनुलोम-विलोम), फास्टफूड की बजाय प्रोटीन का सेवन, ज्यादा देर तक जागने की बजाय जल्दी सोना, कम टेंशन लेना और हमेशा सकारात्मक सोचना आपको हेल्दी लाइफ(Healthy Life) दे सकता है.
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