India beat Great Britain: टोक्यो ओलंपिक में इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने गज़ब का प्रदर्शन करते हुए पूरी दुनिया को अपना दम दिखाया है। पहले मीराबाई चनू ने वेटलिफ्टिंग देश को सिल्वर मेडल दिलाया फिर रविवार को यानी आज ही भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। पीवी सिंधु के पदक जीतने के बाद बधाईयों का दौर चल ही रहा था कि भारतीय हॉकी टीम ने ब्रिटेन (India beat Great Britain) को हराकर सेमीफइनल में जगह बना ली। 49 साल बाद ऐसा मौका आया है जब भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है।
These Singhs are Kings! 😉🥅
Three speedy conversions by Dilpreet, Gurjant and Hardik Singh took #IND to a 3-1 quarter-final win over #GBR 🔥#Tokyo2020 | #StrongerTogether | #UnitedByEmotion | @TheHockeyIndia pic.twitter.com/XzyagPEDjg
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 1, 2021
भारतीय टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराया:
आपको बता दें रविवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हरा दिया। इस जीत के हीरो भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश रहे, जिन्होंने चार बेहतरीन बचाव किए। भारत के लिए दिलप्रीत सिंह ने 7वें, गुरजंत सिंह ने 16वें और हार्दिक सिंह ने 57वें मिनट में गोल दागा। वहीं, ग्रेट ब्रिटेन की तरफ से एकमात्र गोल सैम वार्ड ने खेल के 45वें मिनट में किया। अब भारत का सेमीफाइनल में सामना मंगलवार को वर्ल्ड चैम्पियन बेल्जियम से होगा।
𝗜𝗡𝗗𝗜𝗔 accomplish 𝗚𝗥𝗘𝗔𝗧 victory! 🎉#IND men’s #hockey team have made their way to the SEMI-FINAL for the first time in 49 years after defeating #GBR by 3-1 in the quarter-final match! 👏🙌#Tokyo2020 | #StrongerTogether | #UnitedByEmotion | @TheHockeyIndia
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 1, 2021
बड़ा ऐतिहासिक रहा आज का दिन:
भारत के लिए आज का दिन बड़ा ऐतिहासिक माना जा रहा है। भारत ओलंपिक में 49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची थी। इससे पहले मॉन्ट्रियल ओलंपिक (1972) में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी। हालांकि भारतीय टीम ने 1980 के मॉस्को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। लेकिन उस दौरान भारत छह टीमों के पूल में दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल का टिकट हासिल किया था। रविवार का दिन डबल धमाल वाला रहा है, पहले तो पीवी सिंधु ने मेडल जीतकर इतिहास रचा फिर उसके चंद मिनट बाद भारतीय हॉकी टीम ने दोहरी ख़ुशी दी।
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41 साल बाद भारतीय के पास पदक जीतने का मौका:
अब 41 साल बाद भारतीय टीम के पास पदक जीतने का शानदार मौका है। ओलंपिक में भारत को आखिरी पदक 1980 में मॉस्को में मिला था, जब वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में टीम ने पीला तमगा जीता था। उसके बाद से भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई और 1984 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में पांचवें स्थान पर रहने के बाद वह इससे बेहतर नहीं कर सकी।
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