अरुणाचल प्रदेश की एक नदी का पानी अचानक काला होता हुआ नजर आया जिसकी जानकारी न्यूज एजेंसी PTI ने दी. इस वजह से नदी में रह रही हजारों मछलीयों की मौत की खबर भी सामने आई है. न्यूज एजेंसी ने आगे बताया कि अधिकारीयों ने लोगों को सावधान रहने को कहा है और कामेंग नदी की मछलियों को खाने से साफ तौर पर ना कहा हैं.
अरुणाचल प्रदेश के कामेंग जिले के अधिकारीयों ने कहा कि ज्यादा टोटल डिजोल्व्ड सब्सटेंस (TDS) होने के कारण नदी का पानी काला हो गया है. स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि सीमा पार चीन द्वारा की जा रही निर्माण गतिविधियों के कारण टीडीएस का स्तर ऊंचा हुआ है.
Thousands of fish were found floating dead in Kameng river in Arunachal Pradesh's East Kameng district after water of the river suddenly turned black, triggering panic: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) October 30, 2021
जिला अधिकारीयों ने नदी के काले होने की वजह को टोटल डिजोल्व्ड सब्सटेंस (TDS) की बढ़ती मात्रा पर इशारा किया है. PTI ने जिला मत्स्य पालन अधिकारियों की तरफ से कहा कि TDS की वजह से जल में रहने वाली प्रजातियों को सांस लेने में तकलीफ होती है. अधिकारीयों ने कहा कि पानी में रहने वाली मछलियों को पानी में TDS बढ़ने की वजह से कम दृश्य दिखाई देते हैं.
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डिस्ट्रिक्ट फिशरीज डेवलपमेंट ऑफिसर (DFDO) हाली ताजो ने कहा कि कामेंग नदी में TDS 6,800 मिलीग्राम प्रति लीटर था, जो सामान्य तौर पर 300-1,200 मिलीग्राम प्रति लीटर से काफी अधिक है.
इस बीच, सेप्पा गांव, जहां यह घटना हुई थी, वहां के निवासियों ने चीन को दोषी ठहराया है. उन्होंने यह दावा करते हुए कहा कि पड़ोसी देश द्वारा सीमा के पार की जा रही निर्माण गतिविधियों के कारण TDS का स्तर खतरनाक रूप से ऊंचा हो गया है. जिस वजह से ही कामेंग नदी की हजारों मछलियों की मौत हुई है.
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