महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) को आखिर ड्रग्स माफियाओं से इतना प्रेम क्यों हैं. आखिर देश में कहीं भी ड्रग्स की खेप पकड़ी जाए तो नवाब मलिक को दिक्कत क्यों होने लगती है, मीडिया के सामने आकर वह कार्रवाई पर सवाल क्यों उठाने लगते हैं. बीते कुछ दिनों में जब से आर्यन खान ड्रग्स केस (Aryan Khan Drugs Case) सामने आया है तब से नवाब मलिक ड्रग्स को लेकर कुछ ज्यादा ही मुखर दिख रहे हैं.
नवाब मलिक को ड्रग्स माफियाओं से प्रेम क्यों
सबसे पहला सवाल ये है कि आखिर नवाब मलिक (Nawab Malik) ही क्यों, उनके अलावा और कोई एनसीबी समेत संबंधित एजेंसियों की कार्रवाई पर सवाल क्यों नहीं उठा रहा, दूसरा सवाल ये है कि क्या नवाब मलिक के दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) से संबंध (जो अब जगजाहिर हो चुके हैं) ड्रग्स माफियाओं के पकड़े जाने के विरोध की वजह है या फिर बीते साल नवाब मलिक के दामाद को एनसीबी ने गिरफ्तार किया था, इसलिए इतने समय बाद वह एजेंसी को ही बदनाम करने में लगे हैं. अगर आप गौर से सोचेंगे तो सवालों की फेहरिस्त और लंबी भी हो सकती है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि आखिर नवाब मलिक को ही ड्रग्स माफियाओं (Drug Peddler) से प्रेम क्यों हैं, इसे समझने के लिए आर्यन खान केस का जिक्र जरूरी है.
Addressing the press conference. https://t.co/EJyi8ExRAH
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) November 7, 2021
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नवाब मलिक को ड्रग्स पकड़े जाने से दिक्कत क्यों
2 अक्टूबर को एनसीबी ने जब मुंबई में क्रूज पर छापेमारी की तो ड्रग्स के खिलाफ बीच समुद्र में बड़ी कार्रवाई की बात सामने आई. एनसीबी के मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) ने इस मामले में शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के दो दिन बाद ही नवाब मलिक मीडिया के सामने आए और कार्रवाई पर सवाल उठा दी. हालांकि हर बार उन्होंने तथ्य के दौर पर कुछ सबूत जरूर पेश किए, लेकिन क्या ऐसे सबूत देश की किसी विश्वसनीय जांच एजेंसी पर ऐसे गंभीर आरोप लगाने के लिए काफी हैं. सवाल ये है कि अगर एनसीबी के अधिकारी ड्रग्स मामले का खुलासा कर रहे हैं तो उससे देश को फायदा हो रहा है या नुकसान, ये सब जानते हैं कि ड्रग्स की सप्लाई बंद होगी तो देश को फायदा ही होगा. फिर नवाब मलिक (Nawab Malik) को ड्रग्स पकड़े जाने से क्या दिक्कत है, क्या वह ड्रग्स तस्करी (Drug Peddling) को बढ़ावा देना चाहते हैं, तो इसे समझने के लिए नवाब मलिक का दाऊद कनेक्शन (Dawood Connection) पर भी एक नजर डालने की जरूरत है.
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नवाब मलिक का दाऊद कनेक्शन
नवाब मलिक ने जब इस मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की पत्नी पर आरोप लगाए तो देवेन्द्र फडणवीस ने नवाब मलिक का कच्चा चिट्ठा सबके सामने रख दिया. 1993 बम धमाके (Bombay Bomb Blast) का दोषी और दाऊद का गुर्गा सरदार शाह वली खान से नवाब मलिक ने साल 2005 में कौड़ियों के भाव जमीन खरीदी. इसके अलावा दाऊद के खास आदमी सलीम पटेल से भी नवाब मलिक ने जमीन खरीदी.
LIVE | Media interaction in #Mumbai https://t.co/VvpeZTlHNw
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 9, 2021
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पाकिस्तान में बैठा दाऊद चला रहा ड्रग्स का कारोबार
कहा जाता है अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Underworld Don Dawood Ibrahim) जब भारत से भागा तो उसका काले धंधे उसकी बहन हसीना पार्कर संभालती थी और सलीम पटेल हसीन पार्कर का ड्राइवर, बॉडीगार्ड और खास आदमी था. ऐसे अंडरवर्ल्ड कनेक्शन सामने आने के बाद भी नवाब मलिक लगातार नए-नए आरोप रोजाना लगा रहे हैं, लेकिन जांच एजेंसियों के ड्रग्स पकड़ने से दिक्कत किसी और को क्यों नहीं है, वजह साफ है कि पाकिस्तान में बैठा दाऊद ड्रग्स का कारोबार धड़ल्ले से चला रहा है और इस तरह की बयानबाजी कर उसके कारोबार को फलने-फूलने से रोकने की बजाय बढ़ाने में मदद की जा रही है.
नवाब मलिक के दामाद के घर से बरामद हुई थी ड्रग्स की खेप
दाऊद से कनेक्शन की अलावा नवाब मलिक के दामाद के घर से बरामद हुई 200 किलो ड्रग्स की खेप भी एनसीबी के खिलाफ नवाब मलिक के आक्रमक होने की बड़ी वजह हो सकती है. क्योंकि मलिक के दामाद को एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने ही गिरफ्तार किया था और तब सवाल उठे थे कि क्या नवाब मलिक के दामाद की ड्रग्स कारोबार में संलिप्तता है, लंबे समय बाद नवाब मलिक (Nawab Malik) के दामाद को जमानत मिल गई है, लेकिन सवाल अभी भी वही बरकरार है. हालांकि वह अलग बात है कि नवाब मलिक हमेशा इन आरोपों को खारिज करते रहे हैं.
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लगातार पकड़ी जा रही ड्रग्स की बड़ी खेप
इसी साल अप्रैल के महीने में इंडियन नेवी (Indian Navy) ने 3 हजार करोड़ की ड्रग्स एक पाकिस्तानी नाव से बरामद की थी. अरब सागर में हुई इस कार्रवाई के बाद ऐसी जानकारी सामने आई थी कि पाकिस्तान में बैठा दाऊद ड्रग्स की बड़ी खेप समुद्र के रास्ते भारत, श्रीलंका और मालदीव भेज रहा है. अभी कुछ दिनों पहले गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से 21 हजार करोड़ की हेरोइन बरामद हुई थी, उसके बाद बीते दिन (10 अक्टूबर) ही द्वारका से 350 करोड़ की ड्रग्स बरामद हुई.
नवाब मलिक के आरोपों में कितना दम
जिस पर नवाब मलिक (Nawab Malik) ने सवाल खड़े किए और कहा कि देशभर में गुजरात से ड्रग्स की सप्लाई हो रही है, हम गुजरात के ड्रग्स कनेक्शन को देश के सामने लाएंगे. लेकिन क्या वाकई ऐसा है, अगर है तो फिर एजेंसियां इतनी भारी मात्रा में ड्रग्स कैसे बरामद कर रही हैं, इस सवाल का जवाब भी नवाब मलिक को देना चाहिए. बीते कुछ दिनों में पकड़ी गई ड्रग्स की बड़ी खेप ये बताती हुई सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रही है लेकिन नवाब मलिक जैसे नेता ड्रग्स माफियाओं के प्रति अपना प्रेम दिखा रहे हैं, जो संबंधित एजेंसियों की ड्रग्स के खिलाफ कार्रवाई के मनोबल को कमजोर करने से ज्यादा कुछ नहीं है.
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