लखीमपुर खीरी हिंसा केस (Lakhimpur Kheri Case) की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) को कड़ी फटकार लगाई है. देश की सर्वोच्च अदालत ने ये भी सुनिश्चित करने को कहा है कि प्रदेश के डीजीपी सभी साक्ष्य सुरक्षित रखें. अब मामले की अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी.
सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश वकील हरीश साल्वे ने कहा कि किसानों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने की बात सामने नहीं आई है, हालांकि घटनास्थल से दो खाली कारतूस मिले हैं. साल्वे ने कहा कि आशीष मिश्रा को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था, हमने उसे शनिवार सुबह 11 बजे तक का टाइम दिया है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इतने गंभीर आरोप पर भी ऐसा बर्ताव क्यों किया जा रहा है.
Lakhimpur Kheri case | CJI tells Uttar Pradesh to ask its DGP to ensure that the evidence in the case is protected till the time another agency takes it over.
— ANI (@ANI) October 8, 2021
अब तक की जांच से सुप्रीम कोर्ट संतुष्ट नहीं
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह इस केस की जांच में अब तक उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं है. अदालत ने पूछा कि जब मामला 302 का है तो अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई. बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 7 अक्टूबर को भी सुनवाई के दौरान कई सवालों के जवाब मांगे थे. सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद यूपी पुलिस ने कल दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को समन भेजा.
सुप्रीम कोर्ट ने मांगी थी विस्तृत रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने उत्तर प्रदेश सरकार से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी. जिसमें इस बात का जिक्र भी हो कि कितने लोगों की मौत हुई, कितने के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और किस-किसकी गिरफ्तारी हुई. एफआईआर में केन्द्रीय मंत्री के बेटे का नाम शामिल हैं, जिसे आज पूछताछ के लिए बुलाया गया था लेकिन नहीं पहुंचा. आशंका ये भी जताई जा रही है कि वह नेपाल में हैं, हालांकि इन आशंकाओं की कोई पुष्टि नहीं हुई है. 7 अक्टूबर को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि कंफ्यूजन की वजह से मामला स्वत: संज्ञान के तहत दर्ज हो गया.
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3 अक्टूबर को हुई थी हिंसा
बता दें कि लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Violence) में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसान और एक पत्रकार समेत 8 लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद से सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो भी सामने आए जिसमें एक जीप किसानों को कुचलती हुई दिख रही है. इस घटना के बाद से केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा सवालों के घेरे में हैं. वहीं दूसरी ओर विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है.
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