महाराष्ट्र के अमरावती में फिर से हिंसा (Maharashtra Violence) भड़कने के बाद चार दिन का कर्फ्यू लगा दिया गया है. साथ ही इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए गए हैं, ताकि अफवाह न फैले, अफवाहों पर लगाम लग सके. महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने इसे लेकर जानकारी दी है.
सूबे के गृहमंत्री ने कहा कि रैली निकालने के पीछे राजा एकेडमी समेत अन्य संस्थानों का क्या मकसद था, इसकी जांच की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो रैलियां निकाली गईं, उसकी जांच के बाद कुछ स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है.
The curfew has been imposed for 4 days, it has also been ordered to shut the internet services so that rumours are not spread: Maharashtra Home Minister Dilip Walse Patil on Amravati violence pic.twitter.com/KxJOtAvcaK
— ANI (@ANI) November 14, 2021
त्रिपुरा हिंसा के विरोध में बंद का आह्वान
बता दें कि त्रिपुरा में हुई हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र में बंद का आह्वान किया गया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार की सुबह अमरावती के राजकमल चौक पर बीजेपी कार्यकर्ता इकट्ठा हुए, जहां सैकड़ों लोग नारेबाजी करते नजर आए, इनमें से कुछ ने दुकानों पर पथराव किया, जिसकी वजह से पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. उसके बाद हिंसा (Amravati Violence) भड़क उठी.
देवेन्द्र फडणवीस ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का कहना है कि त्रिपुरा को लेकर जो अफवाह फैलाई गई, उस पर महाराष्ट्र में हो रहे दंगे गलत हैं. अमरावती के लोगों से निवेदन है कि हिंसा न करें. साथ ही उन्होंने सरकार पर निशाना साधा.
Reactions in Maharashtra on incidents that never occurred in Tripura, are very unfortunate. It seems like a well-planned conspiracy❗
Hindu shops set on fire in Amravati.
More serious part is MVA ministers giving provocative statements.
I sincerely appeal all,to maintain peace ❗ pic.twitter.com/s4nkSaKkmM— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 13, 2021
आखिर त्रिपुरा में क्या हुआ था
बता दें कि त्रिपुरा (Tripura Violence) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे सांप्रदायिक सद्भावना का माहौल बिगड़ गया. इसे बांग्लादेश से भी जोड़कर देखा जा रहा है. दो समुदाय के लोग एक दूसरे के आमने-सामने आ गए. त्रिपुरा में कई जगहों पर रैलियां निकाली गईं, जिसमें हिंसा हुई और फिर मामला दो समुदायों के बीच का बन गया. महाराष्ट्र में उसी के विरोध में पहले मुस्लिम संगठनों ने रैली निकाली, जिस दौरान हिंसा भड़क उठी.
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लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
उसके बाद उनकी रैली के विरोध में हिंदू संगठनों ने भी शनिवार को रैली निकाली. अलग-अलग शहरों में निकाली गई रैली से महाराष्ट्र सुलग उठा. अमरावती के अलावा मालेगांव और नांदेड़ से भी हिंसा की ख़बरें सामने आई लेकिन अमरावती में विरोध ने ज्यादा ही उग्र रूप ले लिया. अब पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. राजनेता लोगों से शांति बनाए रखने और संयम बरतने की अपील कर रहे हैं.
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