जम्मू-कश्मीर में 7 सरपंच (Sarpanch Resigns) और 30 पंचों ने अचानक से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के पीछे उन्होंने कई कारण बताएं हैं. बड़ी बात ये है कि पीडीपी प्रवक्ता मोहित भान ने और ज्यादा लोगों के इस्तीफा देने की बात कही है. जानकारी के मुताबिक पंचों और सरपंचों ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाए हैं.
इन वजहों से दिया इस्तीफा
इस्तीफे को लेकर अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक जम्मू-कश्मीर के रामसू के बीडीसी अध्यक्ष को 7 सरपंचों और 30 पंचों ने अपना इस्तीफा (Sarpanch Resigns) सौंप दिया है. उनका आरोप है कि केन्द्रीय मंत्रियों की ओर से जनसंपर्क कार्यक्रम में उन्हें शामिल होने की अनुमति नहीं दी जा रही. साथ ही कुछ अन्य मुद्दों को लेकर भी इन्होंने विरोध जताया है. उनका कहना है कि जनता से किए गए वादों को निभाने में हम विफल रहे हैं, इस वजह से हमने इस्तीफा दिया.
J&K | 7 sarpanches and 30 panches have submitted their resignation to Ramsoo BDC Chairperson Shafiq Ahmad Katoch alleging that they were not allowed in public outreach programmes by Union ministers & in protest over some other issues, Katoch says pic.twitter.com/aeb0xLpT1M
— ANI (@ANI) October 9, 2021
पीडीपी प्रवक्ता ने साधा सरकार पर निशाना
पीडीपी प्रवक्ता मोहित भान की मानें तो इस्तीफा (Sarpanch Resigns) देने वाले पंच और सरपंच की संख्या 55 है. पीडीपी (PDP) प्रवक्ता का कहना है कि सरकार इन्हें सुरक्षित महसूस करवाने में विफल रही है, साथ ही इन्हें लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए सशक्त भी नहीं बनाया जा सका. कुल मिलाकर पीडीपी प्रवक्ता ने इसे लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
पंचों-सरपंचों को मनाने में जुटे अधिकारी
ख़बर ये भी है कि नाराजगी की वजह से इस्तीफा देने वाले इन पंचों और सरपंचों के साथ जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों ने बैठक की है, उनसे इस्तीफा वापस लेने की बात की जा रही है. उनके समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया गया है.
55 Panch & Sarpanches resign en masse. Cosmetic normalcy pomp & show being projected stands punctured. The government failed in securing these elected representatives & neither could empower them to carry out public welfare works. pic.twitter.com/aJRv1PNKwO
— Mohit Bhan موہت بھان (@buttkout) October 8, 2021
पंचायती राज को सशक्त करने की कोशिश
इसके अलावा जानकारी की बात ये है कि सरकार की ओर से पंचायती राज सशक्तिकरण की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है. आवाम की आवाज नाम से चलाए जा रहे कार्यक्रम के सातवें एपिसोड के लिए सरकार ने लोगों से सुझाव और विचार मांगे हैं.
Share your suggestions and ideas for the Episode-7 of ‘Awaam Ki Awaaz’ on the theme “Deepening the Panchayati Raj in Jammu and Kashmir/ जम्मू-कश्मीर में पंचायती राज सशक्तिकरण!"
You can write to us on:
WhatsApp:+91 8493 085 049
Website: https://t.co/Dol7QemwqL #AwaamKiAwaaz pic.twitter.com/jbfwkdKFPo— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) October 10, 2021
17 अक्टूबर को प्रसारित होने वाले इस एपिसोड का विषय पंचायती राज को मजबूत करना है. उप राज्यपाल कार्यालय की ओर से बकायदा इसे लेकर नंबर भी जारी किया गया है, लेकिन सोचने वाली बात ये है कि जन प्रतिनिधियों के इस्तीफे के बीच पंचायती राज को सशक्त कैसे किया जा सकता है.
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