New Travel Guidelines: कोरोना के नए वेरिएंट से दुनियाभर में हाहाकार मचा हुआ है। इसको लेकर भारत में भी सतर्कता बढ़ गई है। हालांकि भारत में ओमिक्रॉन का एक भी मामला अब तक सामने नहीं आया है। लेकिन मोदी सरकार किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहती है। ओमिक्रॉन को लेकर केंद्र सरकार काफी ‘गंभीर’ है। सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों (New Travel Guidelines) खासतौर पर रिस्क वाले देशों से आने वालों के लिए आज से कड़े नियम लागू हो कर दिए है। इसको लेकर संशोधित गाइडलाइन आज रात 12 बजे के बाद यानी 1 दिसंबर से प्रभावी हो जाएंगी।
एयरपोर्ट पर कोरोना का आरटीपीसीआर टेस्ट:
बता दें इसको लेकर सबसे अहम फैसला एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने का लिया गया है। इसके अलावा जब तक जांच की रिपोर्ट सामने नहीं आ जाती तब तक यात्री को एयरपोर्ट पर ही रूकना पड़ेगा। इसके लिए अलग से रुकने के लिए व्यवस्था की जाएगी। जांच का रिजल्ट आने पर ही उन्हें हवाई अड्डा से बाहर जाने की परमीशन दी जाएगी। 14 जोखिम वाली श्रेणी में रखे गए देशों से आने वाले यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर जांच अनिवार्य की गई है। इन देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले पाए गए हैं।
इन देशों से आने वाले यात्रियों की जांच अनिवार्य:
बता दें इनमे उन देशों को शामिल किया गया है जहां कोरोना के नए वेरिएंट के मरीज मिले है। इसमें यूरोप के सभी यात्री, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजरायल से आने वाले यात्रियों का एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर टेस्ट कराना जरूरी होगा। इसके अलावा अन्य देशों के यात्रियों का भी रैंडम आधार पर टेस्ट कराया जाएगा। विमान में से 5 फीसदी लोगों का टेस्ट किया जाएगा।
यात्रियों को घंटों करना पड़ सकता है इंतजार:
यात्रियों के लिए अब घर पहुंचने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। इन जोखिम वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों को एयरपोर्ट पर अलग स्थान पर ले जाकर इनका कोरोना टेस्ट किया जाएगा। उसके बाद जब तक जांच की रिपोर्ट नहीं आती तब तक उनको बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे में इस प्रक्रिया में 4-5 घंटे का अलग से समय लग सकता है।
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