प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन को और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से जल जीवन मिशन ऐप ( Jal Jeevan Mission App )का शुभारंभ किया और ग्राम सभाओं के लोगों से बातचीत भी की. इस दौरान पीएम मोदी ने पानी की महत्व समझाते हुए पानी को प्रसाद की तरह इस्तेमाल करने की सलाह दी.
पीएम मोदी ने कहा कि पूज्य बापू और लाल बहादुर शास्त्री जी के हृदय में भारत के गांव बसते थे. ऐसे में आज के दिन देशभर के लाखों गांवों के लोग ग्राम सभाओं के रूप में जल जीवन ( Jal Jeevan Mission App) संवाद कर रहे हैं, ये काफी खुशी की बात है. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन का विजन सिर्फ लोगों तक पानी पहुंचा नहीं बल्कि यह विकेन्द्रीकरण का भी बहुत बड़ा आंदोलन है. इसका आधार जन आंदोलन और जन भागीदारी है.
Interacting with Gram Panchayats and Pani Samitis across India. https://t.co/Mp3HemaAZD
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2021
मैं पानी का महत्व जानता हूं
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कुछ लोगों के मन में गांव का नाम लेते ही ऐसी तस्वीरें उभर जाती है, जिसमें गांव की महिलाएं और बच्चे पानी लाने के लिए मीलों दूर चलकर जा रहे हैं. मैं ऐसे राज्य से हूं जहां मैंने ज्यादातर सूखे की स्थिति देखी है. मैं जानता हूं कि पानी की एक-एक बूंद का महत्व कितना होता है. इसलिए गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए मेरी प्राथमिकता लोगों तक जल पहुंचाने के साथ-साथ जल संरक्षण भी रही.
पानी को प्रसाद की तरह करें इस्तेमाल
पीएम मोदी ने आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि आज देश के करीब 80 जिलों के सवा लाख गांवों के हर घर में नल से पानी पहुंच रहा है. इसका मतलब ये हुआ कि बीते 7 दशकों का काम देश ने दो साल में कर दिखाया है. आजादी से लेकर पिछले दो सालों तक सिर्फ 3 करोड़ लोगों के घरों में नल से पानी पहुंचता था, जबकि जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद से 5 करोड़ घरों को पानी कनेक्शन से जोड़ा गया है. मैं देश के हर नागरिक से कहूंगा कि पानी बचाने का प्रयास करें, पानी को प्रसाद की तरह इस्तेमाल करें.
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15 अगस्त 2019 को शुरू हुआ था जल जीवन मिशन
बता दें कि जल जीवन मिशन ( Jal Jeevan Mission App) की घोषणा पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2019 को की थी. जिसका उद्देश्य हर परिवार को स्वच्छ नल-जल उपलब्ध कराना है. आंकड़ों की बात करें तो 3.23 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास उस वक्त नल से जल पहुंचता था जबकि आज 8.23 करोड़ ग्रामीण परिवारों के पास नल-जल की आपूर्ति होती है.
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