लाल किला हिंसा (Red Fort Violence) मामले के आरोपियों के समर्थन में पंजाब की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार उतर आई है. चन्नी सरकार ने गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के आरोपियों को दो-दो लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया. इस बात का ऐलान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किया है.
83 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
ऐसा लगता है मानो पंजाब सरकार केन्द्र से टकराव के मूड में हैं. क्योंकि लाल किला पर हुई हिंसा की तस्वीरें सामने आने के बाद 83 लोगों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. अब उन लोगों को मदद देने का मतलब ये है कि पंजाब सरकार आरोपियों के समर्थन में है.
Reiterating My Govt’s stand to support the ongoing #FarmersProtest against three black farm laws, We have decided to give Rs 2 lakh compensation to 83 people arrested by Delhi Police for carrying out a tractor rally in the national capital on 26th January, 2021.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) November 12, 2021
पंजाब के सीएम ने किया मुआवजे का ऐलान
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन को दोहराते हुए हमारी सरकार ने ट्रैक्टर रैली के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देगी. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कुल 83 लोगों को गिरफ्तार किया है.
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किसानों की ट्रैक्टर रैली में हिंसा
बता दें कि 26 जनवरी 2021 को किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड (Tractor Rally Violence) निकालने की अनुमति मांगी थी, जिसे सशर्त अनुमति दी गई थी. दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसान ने उस रूट से भी रैली निकाली, जिसकी उन्हें अनुमति नहीं थी. उसके बाद लाल किला परिसर में किसानों का एक जत्था घुसा और वहां पहली बार इस तरह का हुड़दंग हुआ. यहां तक कि कुछ लोगों ने लाल किले से झंडा उतारकर अपना झंडा फहराया.
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26 जनवरी को हुई थी हिंसा
26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally Violence) के निकलते ही झड़प की शुरुआत हो गई थी. किसानों और पुलिस के बीच सिंघु बॉर्डर पर ही झड़प देखने को मिली थी, उसके बाद लाल किला पहुंचते-पहुंचते प्रदर्शन उग्र हो गया. पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठियां भांजनी पड़ी, फिर भी प्रदर्शन काबू नहीं हो सका. हालांकि उसके बाद किसानों की ओर से बयान सामने आया कि दीप सिद्धू जैसे लोगों ने आंदोलन को बदनाम करने की साजिश की लेकिन उनके साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस जांच में जुटी और सीसीटीवी फुटेज की मदद से कई लोगों को गिरफ्तार किया गया.
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