बिहार के मधुबनी जिले में एक आरटीआई एक्टिविस्ट की हत्या (RTI Activist Killed) को लेकर हंगामा मचा हुआ है. एक ओर इस घटना को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है तो वहीं दूसरी ओर परिजनों ने आज हत्या के विरोध में मार्च निकाला और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. परिजनों ने मेडिकल माफिया पर हत्या के आरोप लगाए हैं.
9 नवंबर को दर्ज करवाई थी लापता होने की शिकायत
बता दें कि मधुबनी में अविनाश झा (RTI Activist) की लाश मिलने के बाद से बवाल मचा हुआ है. जानकारी के मुताबिक अविनाश झा ऊर्फ बुद्धिनाथ झा के लापता होने की शिकायत बड़े भाई ने 9 नवंबर को दर्ज करवाई थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्थानीय पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट को पहले किडनैप किया और फिर बेनीपट्टी में मेडिकल माफिया (Medical Mafia) ने मार दिया. लोगों का कहना है कि अविनाश ने कई फर्जी अस्पतालों के खिलाफ शिकायत की थी.
Madhubani, Bihar | A local journalist-RTI activist allegedly kidnapped & killed in Benipatti
Avinash Jha's death is clearly due to medical mafias. His work closed&imposed huge fines on many fake medical gangs. He had uploaded a list of 10 hospitals to be probed: Vikas,a villager pic.twitter.com/3imTxrGlbi
— ANI (@ANI) November 14, 2021
‘हत्याकांड पर सरकार मौन क्यों’
तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) ने कहा कि नीतीश कुमार जी को आरजेडी के शासनकाल के 15 सालों के अपराध का आंकड़ा देखना चाहिए, ताकि उनका भ्रम दूर हो. पूर्णिया में नवनिर्वाचित जिला पार्षद के पति रिंटू सिंह की हत्या नीतीश सरकार की मंत्री के भतीजे ने कर दी, लेकिन सरकार मौन है. रिंटू सिंह पहले ही अपने जान के खतरे को लेकर आवेदन दे चुके थे, लेकिन सुरक्षा नहीं मिली.
‘अस्पताल माफिया के खिलाफ आवाज उठाने पर मर्डर’
मधुबनी के फ्रीलांस पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट अविनाश झा (RTI Activist Killed) की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली है. लोगों का कहना है कि अस्पताल माफिया के खिलाफ आवाज उठाने पर हत्या कर दी गई. 4 दिन पहले बिहार के पूर्व मंत्री रघुनाथ झा के भतीजे नवीन झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
बिहार में महाजंगलराज है। प्रदेश में चहुँओर बलात्कार, लुटपाट और हत्या का डरावना शोर है। बिहार में प्रशासनिक अराजकता के कारण भ्रष्टाचार चरम पर है। आज की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदुः- https://t.co/2nw6taQTEv pic.twitter.com/eyVCSA1FDg
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 14, 2021
‘एक साल में 500 से ज्यादा व्यापारियों की हत्या’
मोतिहारी में पुलिस कस्टडी में एक छात्रा की मौत हो गई. जिला पार्षद दयानंद वर्मा की बीच बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई, उनकी पत्नी न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है. गोपालगंज ट्रिपल मर्डर कांड और रामाश्रय कुशवाहा हत्याकांड में भी कार्रवाई नहीं हुई, पटना के गुप्ता ब्रदर्स को अगवा किए जाने के बाद से कोई ख़बर नहीं है. एक साल में 500 से ज्यादा व्यापारियों की हत्या हुई और 15 दिन में जहरीली शराब से 65 से ज्यादा लोगों की मौत हुई.
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नीतीश की सरकार में है ‘गड़बड़ चीज’
तेजस्वी ने कहा कि जब मुख्यमंत्री का अपने खूनी विधायकों और मंत्रियों पर ही नियंत्रण नहीं है तो अपराधिक प्रवृति वाली बिहार पुलिस और शराब माफिया पर कंट्रोल कैसे होगा. जिस गड़बड़ चीज की बात नीतीश कुमार करते हैं, वह उनकी सरकार में ही है. बता दें कि जहरीली शराब से मौत को लेकर नीतीश कुमार ने कहा था कि जब गड़बड़ चीज पीजिएगा तो यही होगा.
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