UP Assembly Election 2022: पिछले 2-3 दिनों से लगातार भाजपा के कई मंत्री और विधायकों के इस्तीफे का सिलसिला जारी था। शुक्रवार को मकर संक्रान्ति के दिन योगी सरकार के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी ने समाजवादी पार्टी ज्वॉइन कर ली। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी के साथ विधायक विनय शाक्य और भगवती सागर ने भी सदस्यता ग्रहण की। राजनीति के जानकार (UP Assembly Election 2022) इसको सपा के लिए बड़ा फायदा बता रहे है।
85 तो हमारा है, 15 में भी बंटवारा है: स्वामी प्रसाद मौर्य
समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। मौर्य ने कहा कि मकर संक्रांति बीजेपी के अंत का इतिहास रचने जा रहा है। जो भाजपा के लोग कुंभकर्णी नींद सो रहे थे उनको अब नींद ही नहीं आ रही है। पहले वे लोग हमारी बात नहीं सुनते थे। बीजेपी के कुछ लोग कहते हैं कि पांच साल तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया। कुछ कहते हैं बेटे के चक्कर में बीजेपी छोड़ी है। मैं बताना चाहता हूं कि बीजेपी ने गरीबों, पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की आंख में धूल झोंककर सत्ता हथियाई थी। सरकार बनाएं दलित और पिछड़े, मलाई खाएं अगड़े, पांच फीसदी लोग।स्वामी बोले कि 85 तो हमारा है, 15 में भी बंटवारा है।
अखिलेश यादव ने कसा सीएम योगी पर तंज:
स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले तो सभी का आभार जताया। उसके बाद प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ”योगी जी की 11 मार्च की गोरखपुर टिकट है, लेकिन आप के आने से वह आज ही लखनऊ से गोरखपुर चले गए हैं। इसके बाद अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा में लगातार विकेट गिर रहे हैं। बाबा क्रिकेट खेलना नहीं जानते, अगर जानते भी होते तो भी अब उनसे कैच छूट गया।
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने जब से उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद से ही उनके समाजवादी पार्टी में जाने की अटकलें लग रही थीं। साल 2016 में स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी छोड़कर 2017 के यूपी चुनाव से पहले ही भाजपा का दामन थामा था।
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