पूरी दुनिया जल संकट (Water crisis) से लड रही हैं. अब इस संकट से भारत भी बचा नहीं है. यह रिपोर्ट भारत देश को परेशान करने वाली हो सकती है. विश्व मौसम विज्ञान संगठनने एक रिपोर्ट जारी की. इस रिपोर्ट के अनुसार स्थलीय जल संग्रहण में 1 सेन्टिमीटर की गिरावट देखने को मिली है. सबसे ज्यादा पानी के भंडार में गिरावट अंटार्कटिका और ग्रीनलैंड देखने को मिली है. यह गिरावट ज्यादा आबादी वाले और कम अक्षांश वाले क्षेत्रों में जल संग्रहण में गिरावट दर्ज की गई है.
इस रिपोर्ट में भारत देश का नाम भी शामिल है. भारत में प्रति वर्ष कम से कम 3 सेमी की पानी के भंडार में गिरावट दर्ज की गई है. कुछ क्षेत्रों में यह गिरावट 4 सेमी. प्रति वर्ष से भी अधिक देखने को मिली है.
अंटार्कटिका और ग्रीनलैंड के बाद सबसे अधिक पानी के भंडार में गिरावट भारत देश में देखने को मिली हैं. डब्ल्यूएमओ के विश्लेषण के अनुसार, भारत स्थलीय जल संग्रह में गिरावट का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट है. यह गिरावट भारत के उत्तरी भाग में सबसे ज्यादा दर्ज की गई है.
जलवायु परिवर्तन या मानवीय गतिविधियों के कारण बुरी तरह से प्रभावित हैं. गौरतलब है कि इस मानचित्र में ग्रीनलैंड और अंटार्कटिका शामिल नहीं हैं, क्योंकि इनके जल संचयन में आई गिरावट के समक्ष अन्य महाद्वीपों के जल संचयन में गिरावट की प्रवृत्तियां तुच्छ प्रतीत होती हैं.
पानी के भंडार को भू-सतह के ऊपर और उपसतह में उपलब्ध जल अर्थात्, मिट्टी में नमी, बर्फ तथा भूजल के योग के रूप में परिभाषित किया जा सकता है. मानव विकास के लिए जल एक प्रमुख आधार है. लेकिन पृथ्वी पर उपलब्ध कुल पानी का केवल 0.5 प्रतिशत ही उपयोग योग्य है और मीठे जल के रूप में उपलब्ध है.
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दुनिया भर के जल संसाधन मानवीय गतिविधियों के कारण कम हो रहे हैं. इनमें आबादी की वृद्धि, शहरीकरण और मीठा जल कम मिलना शामिल हैं. जनसंख्या वृद्धि के कारण भारत में प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता घट रही है. औसत वार्षिक प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता लगातार घट रही है. यह वर्ष 2001 के 1,816 क्यूबिक मीटर की तुलना में वर्ष 2011 में घटकर 1,545 क्यूबिक मीटर हो गई.
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एक अनुमान के मुताबिक जल की उपलब्धता 2031 में घटकर 1,367 क्यूबिक मीटर से भी कम हो जाएगी. इन आंकडों से पता लगता है कि देश भयंकर जल संकट में है. देश को जल संकट (Water crisis) से उभरने के लिए कुछ बेहतर कदम उठाने चाहिए वरना पानी के लिए युद्ध होने में कोई देर नहीं लगेगी.
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