जब भी ताश के पत्तों का ज़िक्र होता है, हमारे दिमाग़ में सबसे पहले जुआ (Gambling) नाम का शब्द घूमने लगता है. जहाँ की देशों में ताश के पत्तों से जुवा खेलना कानूनी हैं, वहीं की देशों में इसे अब भी ग़ैरक़ानूनी माना जाता है.
ताश के पत्तों की उत्पत्ति हमेशा से एक विवादास्पद चर्चा का विशे रहा है. भारत में प्रचलित ताश के पत्ते ब्रिटेन की देन हैं. आम तौर पर इन पत्तों पर अंकित प्रतीकों को पान, चिड़िया, ईंट और हुकुम कहते हैं. किंग, क़्वीन और ज़ोकर इस खेल के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी माने जाते हैं. 16वीं शताब्दी में इन चिन्हों का सर्वप्रथम अंकन एक फ्रांसीसी ने किया था. इसलिए हमें शाही पत्तों में ट्यूडर राजाओं की वेशभूषा दिखाई पड़ती है. 18वीं सदी के अंत में टॉस के पत्तों को रीडिज़ाइन किया गया था. पर क्या आप इन पत्तों में चार महत्वपूर्ण King कार्ड के बारे में जानते है? क्या आपको पता है के कौन है वो 4 राजा? और क्या कभी आपने सोचा के क्यूँ इनमें से 3 किंग कार्ड में King की मूछें होते हैं, लेकिन चौथे किंग कार्ड में King की मूछें क्यों नहीं होती हैं?
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ताश के पत्तों पर कौन से राजा हैं?
कहा जाता है कि ताश के 52 पत्तों में से 4 King Cards इतिहास के कुछ महान राजाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं-
- King of Spades (हुकुम का बादशाह):- प्राचीनकाल में इज़रायल के किंग डेविड थे.
- King of Clubs (चिड़ी का बादशाह):- इस पत्ते पर मेसाडोनिया के किंग सिंकदर महान हैं जिन्होंने एक विशाल क्षेत्र पर विजय प्राप्त की और 356 से 323 ईसा पूर्व तक जीवित रहे।
- King of Diamonds(हीरों का राजा):- इस पत्ते पर रोमन किंग सीजर ऑगस्टस हैं. कुछ सूत्रों का कहना है कि हीरे का राजा जूलियस सीज़र है, ऑगस्टस नहीं।
- King of Hearts (दिलों का बादशाह):- इस पत्ते पर फ्रांस के किंग शारलेमेन हैं. ये रोमन साम्राज्य के भी पहले राजा थे और जो 747 से 814 ईस्वी तक जीवित रहे।
बिना मूंछों वाला राजा!
जैसा की आप सब जानते है की ताश के पत्तों में 4 राजा होते हैं, मगर क्या आपने कभी ये नोटिस किया है के 4 King Cards में से एक ऐसा भी राजा होता है जिसकी मूंछ नहीं होती है? जी हाँ, अगर आप ध्यान देंगे तो आप जान पाएंगे कि इनमें से तीन राजाओं की तो मूंछें होती हैं लेकिन एक की नहीं होती. इस राजा को King of Hearts के तौर पर जाना जाता हैं. ब्रिटेन के अखबार द गार्डियन की तरफ से कहा गया है कि शुरुआत में इस राजा के भी मूछें होती थीं, लेकिन एक बार जब कार्ड्स को रिडिजाइन किया जा रहा था तब डिजाइनर उसकी मूंछे बनाना भूल गया. तबसे ही किंग ऑफ हार्ट्स बिना मूंछों वाला राजा हो गया.
कहा जाता है कि ये फ़्रेंच किंग ‘शारलेमेन’ की तस्वीर है. किंग शारलेमेन दिखने में बेहद सुंदर और लोकप्रिय थे. इसीलिए उन्होंने सबसे अलग दिखने की चाह में अपनी मूंछें हटा दी थीं. इसीलिए ‘किंग शारलेमेन’ की याद में इस ग़लती को सही नहीं किया गया. ‘King of Hearts’ के नाम से एक हॉलीवुड फ़िल्म भी बन चुकी है, उसमें भी राजा की मूछें नहीं थीं.
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‘King of Hearts’ को क्यों कहा जाता है ‘सुसाइड किंग’
ताश के पत्तों में लाल पान के बादशाह को कई जगहों पर सुसाइड किंग भी कहा जाता है. ये नाम इन्हें इस लिए मिला क्योंकि इनके सिर के पीछे तलवार दिखती है. कई वेबसाईट का मानना है की, अपने तीन बेटों में से दो की मृत्यु के बाद, शारलेमेन ने मानसिक असंतुलन के लक्षण दिखाना शुरू कर दिया और उन्होंने अपनी जान ले ली थी. लेकिन वास्तव में, उनकी मृत्य लंबे समय से चलती बीमारी की वजह से हुआ. हालांकि बाद में इस डिजाइन को बदला गया और इस बादशाह के हाथ में कुल्हाड़ी पकड़े हुए दिखाई गई.
इसी के साथ आपको जानकार हेरानी होगी की ताश के पातों में चार रंग चार मौसमों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि 52 नक्शे एक वर्ष के 52 सप्ताह का प्रतिनिधित्व करते हैं, वहीं प्रति सूट तेरह कार्ड तेरह चंद्र चक्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
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